पर्वतीय क्षेत्रों में उन्नत खेती बनेगी स्वरोजगार का जरिया

– वीपीकेएएस ने हवालबाग में किया किसान मेले का आयोजन

अल्मोड़ा 25 मार्च : पर्वतीय क्षेत्रों में खेती की अपार संभावनाएं हैं। किसान खेती के उन्नत तरीकों को अपनाए और अपना उत्पादन बढ़ाने का प्रास करें। इसके लिए कृषि संस्थानों समेत प्रशासन द्वारा उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी।
विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा द्वारा हवालबाग में आयोजित एक दिवसीय किसान मेले को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि संस्थान कृषि क्षेत्र में जो नई तकनीक विकसित कर रहा है। उसका लाभ किसानों तक समय से पहुंच सके, इसके लिए पहल करने की जरूरत है।

जिलाधिकारी ने कहा है कि महिला किसानों को कृषि क्षेत्र में सुगमता प्राप्त हो सके इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों और संस्थानों को ऐसे कृषि संयंत्र विकसित करने होंगे। उन्होंने किसानों तक नई तकनीक और बीज उपलब्ध कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। डीएम ने कहा कि जनपद स्तर पर क्लस्टर आधारित खेती की जाए इसके लिए प्रयास करने की जरूरत है। प्रगतिशील किसानों का आह्वान
करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करें और उसे अन्य किसानों तक भी पहुंचाए। किसान मेले में सात जनपदों से आए प्रगतिशील किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस दौरान कृषि यंत्रों, बीज, रसायन व अन्य यंत्रों पर आधारित स्टालों का भी प्रदर्शन किया गया। वीपीकेएएस के निदेशक डा. लक्ष्मीकांत ने बताया कि संस्थान को कृषि क्षेत्र में कार्य करते हुए 98 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं और संस्थान लगातार पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि को बढ़ावा देने और किसानों तक उन्नत तकनीक पहुंचाने के लिए कार्य कर रहा है।
इस मौके पर पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी, आकाशवाणी के निदेशक प्रतुल जोशी, नीति घाटी से आई मंजू देवी समेत वीपीकेएएस के अनेक कृषि वैज्ञानिक व प्रगतिशील किसान प्रेम गिरी गोस्वामी सहित चमोली बागेश्वर पिथौरागढ़ गढ़वाल आदि क्षेत्रों से आए किसान मौजूद रहे। अल्मोड़ा के हवालबाग में लगे विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के कृषि मेले में पहुंची महिलाओं ने बताई बात

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *