हरिद्वार में 2203 भवन ऐसे हैं, जो बिना नक्शे पास कराये बनाए गए हैं। अब इन भवन स्वामियों के पास 30 सितंबर तक नक्शा पास कराने का मौका है। शासन की ओर से निर्धारित शुल्क जमाकर इन भवनों को वैध कराया जा सकता हैं। 30 सितंबर के बाद भवन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
7सेक्टरों में अलग-अलग दिन कैंप
पिछले कुछ सालों में यह निर्माण हुए हैं। भवन स्वामियों को शासन की ओर से स्वैच्छिक शमन योजना के तहत मौका दिया जा रहा है। इस योजना के तहत सात जगह कैंप लगाए जा रहे हैं। फार्म को ऑफलाइन ही लिया जाएगा। जिले के 7 सेक्टरों में बांटा गया है। अलग-अलग दिनों में कैंप लगाया जाएगा।
यहां लगेंगे कैंप
भूपतवाला सप्तसरोवर और कनखल सेक्टर के लिए 19 से 24 सितंबर तक मायापुर सभागार में कैंप लगाया जाएगा। भगवानपुर सेक्टर के लिए 19 से 24 तक भगवानपुर ब्लॉक, हरिद्वार मायापुर सेक्टर, बहादराबाद और ज्वालापुर सेक्टर का एचआरडीए सभागार में कैंप लगेगा, रुड़की सेक्टर का रुड़की कार्यालय में कैंप लगाया जाएगा। हरिद्वार मायापुर सेक्टर के लिए 20 से 28 सितंबर, ज्वालापुर के लिए 22 से 29 सितंबर और रुड़की सेक्टर के लिए भी 22 से 29 सितंबर तक कैंप की तिथि तय की गई है।
जब बने थे ये भवन तब क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
सवाल खड़ा रहा है कि एचआरडीए के अधिकारियों के नाक के नीचे 2200 से अधिक भवन बिना नक्शे के बन गए और उस समय कार्रवाई नहीं हुई। इन भवनों में कुछ ऐसे भी हैं, जिनको बने हुए सात से आठ साल हो गए हैं।
30 सितंबर के बाद की जाएगी कार्रवाई
एचआरडीए के सचिव उत्तम सिंह चौहान ने कहा कि, “एचआरडीए ने 2200 से ज्यादा भवन चिह्नित किए हुए हैं। सभी भवन स्वामी आवेदन कर नक्शे ले सकते हैं। इसके लिए शासन की ओर से निर्धारित मूल्य तय किया गया है। 30 सितंबर के बाद कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम को भी बिना नक्शे पास वाले भवनों की लिस्ट दी गई है।”