स्वच्छ ऊर्जा सहयोग को मजबूत करने पहुंचा ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल

देहरादून 10 जुलाई 2025: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को नई दिशा देने के उद्देश्य से ऑस्ट्रेलिया का 30 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 7 से 11 जुलाई तक भारत दौरे पर है। यह प्रतिनिधिमंडल ऑस्ट्रेलिया की 22 अग्रणी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है और ऊर्जा भंडारण तकनीक, ऊर्जा प्रबंधन के लिए एआई समाधान, सौर ऊर्जा तकनीक, ग्रीन हाइड्रोजन, ऊर्जा मॉडलिंग और मौसम पूर्वानुमान जैसे क्षेत्रों में अपने नवीनतम नवाचारों को भारत में प्रस्तुत कर रहा है। इसके साथ ही शिक्षा, क्षमता निर्माण और परामर्श सेवाओं के क्षेत्रों में भी द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ऑस्ट्रेलियन ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट कमीशन (ऑस्घ्ट्रेड) कर रहा है, जिसे न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया राज्य सरकारों का सहयोग प्राप्त है। साथ ही, क्वींसलैंड, साउथ ऑस्ट्रेलिया और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की राज्य सरकारें भी इस पहल में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं।

यह प्रतिनिधिमंडल 8 से 10 जुलाई 2025 के दौरान नई दिल्ली में आयोजित इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक के 11वें संस्करण में भाग ले रहा है, जहां ऑस्ट्रेलिया ‘कंट्री पार्टनर’ के रूप में शामिल है। इसके अतिरिक्त, प्रतिनिधिमंडल बेंगलुरु भी जाएगा, जहां वह प्रमुख स्वच्छ ऊर्जा संगठनों के साथ साइट विजिट करेगा और साझेदारी के नए अवसरों की तलाश करेगा। ऑस्ट्रेलिया के पास भरपूर और उच्च गुणवत्ता वाली नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता है। यहां कुशल कार्यबल, नवाचारी अनुसंधान एवं विकास, मजबूत कारोबारी संबंध, स्थिर निवेश माहौल और खनिज संसाधनों का बड़ा भंडार मौजूद है।

दुनिया भर में ऑस्ट्रेलिया को एक भरोसेमंद और विश्वसनीय ऊर्जा साझेदार के रूप में देखा जाता है। ‘फ्यूचर मेड इन ऑस्ट्रेलिया’ पहल के तहत, ऑस्ट्रेलियाई सरकार देश को रिन्यूएबल एनर्जी सुपरपावर बनाने की दिशा में लगातार निवेश कर रही है। साथ ही, भारत-ऑस्ट्रेलिया के नए आर्थिक रोडमैप में स्वच्छ ऊर्जा को दोनों देशों के बीच विकास का सुपरहाईवे बताया गया है।

यह हमारे लिए एक शानदार अवसर है जहां हम ऑस्ट्रेलिया की अग्रणी क्लीन एनर्जी क्षमताएं प्रस्तुत कर सकते हैं और भारत के नेट जीरो लक्ष्यों की दिशा में भारतीय कारोबारों को ठोस समाधान दे सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया भारत आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता और आर्थिक भागीदारी का नया रोडमैप, ऑस्ट्रेलियाई कंपनियों के लिए नए अवसर खोल रहा है। भारत में ऑस्ट्रेड की टीम इन अवसरों का भरपूर लाभ उठाने के लिए दोनों देशों के बीच क्लीन एनर्जी सेक्टर में कारोबारी संबंधों को मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

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