झुग्गियों और गलियों में रहने वाले जरूरतमंद बच्चों के लिए ‘फूड फॉर थॉट’ का लॉन्च

सेंट्रलाइज़्ड किचन रोज़ाना 1,600 ज़रूरतमंद बच्चों को खाना मुहैया कराएगी

एस बी टी न्यूज उत्तराखंड

देहरादून। वंचित समुदायो के बच्चों तक भोजन पहुंचाने के प्रयास में आसरा ट्रस्ट ने अपनी पहल ‘फूड फॉर थॉट’ के तहत अराघर, देहरादून में एक सेंट्रलाइज़्ड किचन का लॉन्च किया है। यह नई सेंट्रलाइज़्ड किचन रोज़ाना 1,600 ज़रूरतमंद बच्चों को खाना मुहैया कराएगी; उन्हें ताज़ा, हाइजीनिक एवं संतुलित भोजन उपलब्ध कराएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए ट्रस्ट ने उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी की है।

लाल फैमिली फाउन्डेशन एवं किलाचन्द परिवार ने एक ही परिसर में सेंट्रलाइज़्ड किचन एवं मल्टीपरपज़ हॉल बनाने के लिए सहयोग प्रदान किया है। पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन ने भी इस पहल को समर्थन प्रदान करने के लिए हाथ बढ़ाए। पीडब्ल्यूसी ने बच्चों को मुहैया कराए जाने वाले खाने की गुणवत्ता एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी उपकरण उपलब्ध कराए हैं।

बंशीधर तिवारी, महानिदेशक शिक्षा/एसपीडी एसएसए, उत्तराखण्ड ने मुख्य अतिथि तथा संजीव कृष्णनन, चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया ने अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई। आर.पी. डंडरियाल, डिप्टी डायरेक्टर, प्राइमरी एजुकेशन एवं सीनियर लीडरशिप, जयवीर सिंह, वाईस चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन भी कार्यक्रम में मौजूद थे। देहरादून में फैली आसरा की सभी 43 परियोजनाओं में पोषण पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है।

बच्चों को सेहतमंद भोजन उपलब्ध कराकर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना तथा कक्षा में उनकी नियमित उपस्थिति को सुनिश्चित कर उनकी लर्निंग को बेहतर बनाना इस सेंट्रलाइज़्ड किचन का मुख्य उद्देश्य है। इस पहल के माध्यम से आसरा ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों तक पहुंचने और उन्हें शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। सेंट्रलाइज़्ड किचन इसकी 13 सालों की यात्रा में बड़ी उपलब्धि है, इस यात्रा के दौरान वंचित समुदायों के बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्यसेवाएं, आश्रय एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर उनके समग्र विकास को बढ़ावा दिया गया है।

शैला बृजनाथ, चेयरपर्सन, आसरा ट्रस्ट ने कहा, ‘‘हम स्कूली बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसके लिए उनकी कल्पना और उत्सुकता को प्रोत्साहित करने की ज़रूरत है; लेकिन इससे भी पहले ज़रूरतमंद बच्चों को खाना मुहैया कराना ज़रूरी है। क्योंकि खाली पेट कोई भी बच्चा पढ़ाई नहीं कर सकता। यही सही मायना में ‘फूड फॉर थॉट’ है।’’संजीव कृष्णन, चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया एवं पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘स्वस्थ समाज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए गुणवत्तापूर्ण पोषण को सुलभ बनाना बहुत ज़रूरी है।

पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन भुखमरी से जूझ रहे समुदायों को पोषण प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहा है और बच्चों के पोषण पर विशेष रूप से ज़ोर देता रहा है। हमें खुशी है कि हर बच्चे के लिए गरिमामय जीवन को सुनिश्चित करने के इस मिशन में हमें आसरा ट्रस्ट के साथ साझेदारी करने और उनके सहयोग से देहरादून के बच्चों के लिए कम्युनिटी किचन ‘फूड फॉर थॉट’ प्रोजेक्ट की शुरूआत करने का अवसर मिला है। हमें उम्मीद है कि इस पहल के माध्यम से ज़रूरतमंद बच्चों तक ताज़ा एवं पोषक आहार पहुंचाया जा सकेगा, जो उनके समग्र विकास के लिए बहुत ज़रूरी है।’

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