Lata Mangeshkar Passes Away: Mourning In Uttarakhand, Song Was Sung In Garhwali By Lata Mangeshkar – Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से उत्तराखंड में शोक, सीएम धामी ने जताया दुख
Lata Mangeshkar Passes Away: Mourning In Uttarakhand, Song Was Sung In Garhwali By Lata Mangeshkar – Lata Mangeshkar: स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से उत्तराखंड में शोक, सीएम धामी ने जताया दुख
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal
Updated Sun, 06 Feb 2022 12:51 PM IST
सार
लता मंगेशकर के निधन पर उत्तराखंड के रंग कर्मियों, लोक कलाकारों और लोक गायकों ने गहरा दुख जताया है।
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स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर है। लता मंगेशकर ने हिंदी फिल्मों के अलावा गढ़वाली बोली में… मन भरमेगे मेरो सुध बुध ख्वेगे…गीत गाया है। गढ़वाली बोली में उनके द्वारा गाया गया यह एकमात्र गीत है। इस लोकगीत को यूट्यूब पर अब तक 51 लाख 27 हजार से अधिक लोग सुन चुके हैं। लता मंगेशकर के निधन पर उत्तराखंड के रंग कर्मियों, लोक कलाकारों और लोक गायकों ने गहरा दुख जताया है।
देश के लिए अपूरणीय क्षति: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी, ख्यातिलब्ध पार्श्व गायिका ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर के निधन की खबर से मन अत्यंत दुखी है। वे संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं और उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
हर भारतवासी की आंख में आज भर गया पानी: हरीश रावत वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर के निधन से देश, कला और संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे चुनाव प्रचार में स्वर कोकिला के सम्मान में गुलदस्ता और माला स्वीकार नहीं करेंगे। हरीश रावत ने लता मंगेशकर के निधन पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी की आंख में आज पानी भर आया है। मैं भी बहुत दुख भरे शब्दों में उनको अपने श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा हूंँ। लता जी आप अमर रहे, आपके गीत, आपके कंठ स्वर अमर रहें।
लता मंगेशकर का निधन दिल पर गहरा आघात सुरों की देवी लता मंगेशकर का निधन दिल पर गहरा आघात है। इस दुनिया से एक दिन सभी को जाना है, लेकिन लता जी के निधन की भरपाई हरगिज सम्भव नहीं है। उनके किन गानों का जिक्र किया जाए और किन का नहीं, ये तय कर पाना नामुमकिन सा काम है। हिंदी के अलावा लगभग हर प्रमुख आंचलिक भाषाओं में लता दीदी के गानों ने अलग छाप छोड़ी है। हम अहसानमंद हैं कि लता दीदी की आवाज में गढ़वाली फ़िल्म ‘रैबार’ का …मन भरमेगे.. गीत हमारे पास उनकी बेशकीमती धरोहर के रूप में हमेशा रहेगा। उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि, कोटि कोटि नमन। – विपिन बनियाल, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तराखंड के कलाकारों ने जताया शोक लता मंगेशकर के निधन पर उत्तराखंड के कलाकारों ने शोक जताया है। कलाकारों ने कहा कि उनका निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। भगवान उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को शक्ति दें।
विस्तार
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर है। लता मंगेशकर ने हिंदी फिल्मों के अलावा गढ़वाली बोली में… मन भरमेगे मेरो सुध बुध ख्वेगे…गीत गाया है। गढ़वाली बोली में उनके द्वारा गाया गया यह एकमात्र गीत है। इस लोकगीत को यूट्यूब पर अब तक 51 लाख 27 हजार से अधिक लोग सुन चुके हैं। लता मंगेशकर के निधन पर उत्तराखंड के रंग कर्मियों, लोक कलाकारों और लोक गायकों ने गहरा दुख जताया है।
देश के लिए अपूरणीय क्षति: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि स्वर कोकिला, सुर साम्राज्ञी, ख्यातिलब्ध पार्श्व गायिका ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर के निधन की खबर से मन अत्यंत दुखी है। वे संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं और उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
हर भारतवासी की आंख में आज भर गया पानी: हरीश रावत
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर के निधन से देश, कला और संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। साथ ही उन्होंने कहा कि वे चुनाव प्रचार में स्वर कोकिला के सम्मान में गुलदस्ता और माला स्वीकार नहीं करेंगे। हरीश रावत ने लता मंगेशकर के निधन पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी की आंख में आज पानी भर आया है। मैं भी बहुत दुख भरे शब्दों में उनको अपने श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा हूंँ। लता जी आप अमर रहे, आपके गीत, आपके कंठ स्वर अमर रहें।
लता मंगेशकर का निधन दिल पर गहरा आघात
सुरों की देवी लता मंगेशकर का निधन दिल पर गहरा आघात है। इस दुनिया से एक दिन सभी को जाना है, लेकिन लता जी के निधन की भरपाई हरगिज सम्भव नहीं है। उनके किन गानों का जिक्र किया जाए और किन का नहीं, ये तय कर पाना नामुमकिन सा काम है। हिंदी के अलावा लगभग हर प्रमुख आंचलिक भाषाओं में लता दीदी के गानों ने अलग छाप छोड़ी है। हम अहसानमंद हैं कि लता दीदी की आवाज में गढ़वाली फ़िल्म ‘रैबार’ का …मन भरमेगे.. गीत हमारे पास उनकी बेशकीमती धरोहर के रूप में हमेशा रहेगा। उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि, कोटि कोटि नमन।
– विपिन बनियाल, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तराखंड के कलाकारों ने जताया शोक
लता मंगेशकर के निधन पर उत्तराखंड के कलाकारों ने शोक जताया है। कलाकारों ने कहा कि उनका निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। भगवान उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को शक्ति दें।