स्पीकर अग्रवाल ने टोल प्लाजा बनाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की

 

एक ही प्रोजेक्ट में दो जगह टोल प्लाजा लगाना न्यायोचित नहीं है:: विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल

श्री अग्रवाल ने कहा है कि जनता के ऊपर बेवजह टैक्स का भार न सौंपा जाए।

 

ऋषिकेश। हरिद्वार देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेपाली फॉर्म तिराहे के पास टोल प्लाजा ना बनाये जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के क्षेत्रीय अधिकारी सी के सिन्हा एवं परियोजना निदेशक पंकज मोर्या के साथ बैठक की। बैठक में श्री अग्रवाल ने अधिकारियों से टोल प्लाजा बनाने को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। श्री अग्रवाल ने कहा है कि जनता के ऊपर बेवजह टैक्स का भार न सौंपा जाए।

उन्होंने कहा  कि इसके बनने से जहाँ लोगों को अनावश्यक आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा वहीं समय की बर्बादी भी होगी। श्री अग्रवाल ने अपने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नेपाली फॉर्म के पास किसी भी हालत में टोल प्लाजा बनाने की आपत्ति है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पुनः प्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे साथ ही श्री अग्रवाल ने आज पुनः लोक निर्माण विभाग के सचिव आरके सुधांशु को भी दूरभाष पर वार्ता की और निर्देश दिया है कि इसका शीघ्र समाधान निकाला जाए।

श्री अग्रवाल ने बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि एक ही प्रोजेक्ट में दो जगह टोल प्लाजा लगाना न्यायोचित नहीं है। श्री अग्रवाल ने अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब हरिद्वार देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग  पर फ्लाईओवर एवं राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य गतिमान था उस दौरान भी अधिकारियों द्वारा नेपाली फार्म टोल प्लाजा के बारे में जनप्रतिनिधियों को अवगत नहीं कराया गया, जोकि अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि इस मामले में विभागीय अधिकारियों  द्वारा जन प्रतिनिधियों के साथ कोई भी समन्वय नहीं बनाया गया है, जो उचित नहीं है। श्री अग्रवाल का कहना है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के बिना सलाह मशवरा के इस प्रकार का निर्णय लेना उचित नहीं है। उन्होंने कहा है कि व्यापक जनहित को देखते हुए नेपाली फार्म में टोल प्लाजा नहीं बनाना चाहिए और यह निर्णय विभाग को वापस लेना होगा। इस अवसर पर एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी सी के सिन्हा, परियोजना निदेशक पंकज मौर्य आदि उपस्थित थे।

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